उड़ीसा में हैजे की रोकथाम के प्रयास जारी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के ये पांचों अधिकारी अभी प्रोबेशन पर हैं। इन्हें हैजे और अतिसार की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही ये अधिकारी निगरानी रखने में प्रशासन की मदद भी करेंगे।
बिजय केतन उपाध्याय को रायगाढ़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक और जयकुमार वी को सिंघपुर ब्लॉक में गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि तिरूमाला नायक बिसमकट्टक ब्लॉक में और गौरी पराशर तथा प्रशांत कुमार रेड्डी को जिले में निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगे।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि 250 से अधिक गांवों में कम से कम 1,300 लोग बीमारियों से संक्रमित हुए हैं। बीमारियों से मौत का ताजा मामला सामने नहीं आया है। यहां अब तक बीमारियों से 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने स्थिति को खतरनाक बताते हुए आरोप लगाया है कि रायगाढ़ा जिले में मृतकों की संख्या 140 को पार कर गई है।
रायगाढ़ा जिला देश के अत्यंत पिछड़े जिलों में से है और यह अक्सर भूख से होनी वाली मौतों के लिए सुर्खियों में रहता है।
इसबीच, तीन सदस्यों का एक केंद्रीय दल शनिवार को प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।