उप्र में शारदा और घाघरा का प्रकोप जारी
उत्तराखण्ड स्थित बनबसा बैराज से भारी मात्री में पानी छोड़े जाने और नेपाली नदियों में जलस्तर बढ़ने से शारदा और घाघरा में उफान आ गया है जिससे कई जिले प्रभावित हुए हैं। लखीमपुर खीरी, बहराइच, गोंडा, सीतापुर, बस्ती और बाराबंकी जिलों के निचले इलाकों के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है।
बहराइच के अपर जिलाधिकारी (वित्त) सुखलाल भारती ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि कैसरगंज और महसी तहसील के करीब 60-70 गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। जिले की सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावितों को नावों और मोटरबोटों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की एक कंपनी को लगाया गया है। 20 नावें और 10 मोटरबोट राहत कार्य के लिए लगाई गई हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक करीब पांच हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बहराइच के आदमपुर-रेवली तटबंध पर लगातार हो रहे कटान से लोगों में दहशत हो गई है। भारती ने कहा कि तटबंध का कुछ हिस्सा कटान से क्षतिग्रस्त हो गया है, उसे बचाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
बहराइच के साथ-साथ बाराबंकी और गोंडा में भी घाघरा नदी से तबाही का संकट मंडरा रहा है। बाराबंकी में घाघरा नदी खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
अपर जिलाधिकारी (वित्त) देवेंद्र पांडे ने आईएएनएस से कहा कि रामनगर तहसील के करीब दो दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। उन्होंने कहा कि पीएसी के जवान प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के काम में जुटे हुए हैं।
गोंडा के तरबगंज और नवाबगंज तहसीलों के करीब 15 गांव घाघरा नदी से प्रभावित हुए हैं। यहां घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। गोंडा-मौलानी रेलखण्ड पर कई स्थानों पर बाढ़ का पानी भर गया है, जिससे रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। रेल अधिकारी फिलहाल मामले पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
लखीमपुर खीरी में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 153.62 मीटर से 43 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। लखीमपुर खीरी के अपर जिलाधिकारी (वित्त) तुलसी राम ने आईएएनएस को बताया कि पलिया और निघासन तहसील के निचले इलाकों के करीब 25 गांवों में नदी का पानी प्रवेश कर गया है।
उधर, फरु खाबाद, मेरठ और एटा में गंगा नदी का जलस्तर खतरे ने निशान के निकट पहुंच गया है। इन जिलों के कुछ इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सिद्धार्थनगर में राप्ती, अयोध्या में सरयू, बस्ती में घाघरा और पीलीभीत में शारदा का जलस्तर लोगों की चिंता बढ़ा रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राजधानी लखनऊ सहित राज्य के अधिकांश इलाकों में तेज बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के तराई, पश्चिमी और मध्य हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।