राजस्थान में कई गांवों में बाढ़ के हालात
सिंचाई विभाग के अनुसार पिछले पांच रोज से जारी बारिश के कारण राज्य की तकरीबन सभी छोटी-बड़ी नदियों और बांधों में पानी काफी तेजी से आ रहा है। लगातार सूखे और अकाल का दंश झेल रहे लोगों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है।
लगातार तेज बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों के गांवों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बरसात होने की संभावना जताई है।
टोंक की बनास नदी में करीब 10 साल बाद पानी की आवक हुई। जयपुर के चारदीवारी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति का मुख्य जरिया रहे रामगढ़ बांध में पांच साल बाद रविवार तक 1.2 फुट पानी आया।
टोंक जिले की तकरीबन सूख चुकी बनास नदी में भी पिछले तीन दिन में पानी बहने लगा है। आसपास के ग्रामीणों ने नदी में एक दशक बाद पानी की आवक देखी है। टोंक, सवाई माधोपुर, दौसा, सीकर और जयपुर में रविवार को हल्की बारिश हुई लेकिन शनिवार को इन जिलों में लगातार हुई बरसात से कई गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई।
जयपुर के कोटपुतली में 25 फुट की भराव क्षमता वाला बेरी का बांध टूट गया। इससे आसपास की ढाणियां जलमग्न हो गईं। गांव के प्रभावित परिवारों को सरकारी स्कूल में ठहराया गया है। इसी कस्बे के बूचारा बांध में 31 फुट पानी आ गया। बांध की भराव क्षमता 34 फुट है।
जयपुर के फागी कस्बे के समीप कई गांव पानी में घिरे हुए हैं। वहां जिला प्रशासन के अधिकारी रविवार से ही हालात पर नजर रखे हुए हैं। टोंक के पीपलू में गांव पानी से घिर गया है। वहां कई कच्चे मकान ढह गए। सीकर के नीमकाथाना में बांध टूटने से कई गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
कोटा के जवाहरसागर बांध के दो गेट खोलकर शनिवार को 4,894 क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।