अटवाल ने सेडफील्ड कंट्री गोल्फ क्लब में पीजीए वायनधम चैम्पियनशिप खिताब अपने नाम किया। अटवाल ने चौथे दौर के 72वें होल पर बर्डी के साथ दिन का समापन थ्री-अंडर 67 के कार्ड के साथ किया। इस तरह वह 20 अंडर 260 के कुल स्कोर के साथ खिताब अपने नाम करने में सफल रहे।अटवाल ने तीसरे दौर में फाइव अंडर 65 का कार्ड खेलते हुए अपना कुल स्कोर 17 अंडर 193 कर लिया था। वह दूसरे स्थान पर चल रहे खिलाड़ी से तीन शॉट की बढ़त बनाए हुए थे। चौथे दौर में अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें खिताब तक पहुंचा दिया।खास बात यह है कि अटवाल ने बीते सोमवार को आयोजित क्वालीफाईंग प्रतियोगिता के माध्यम से इस चैम्पियनशिप में खेलने का अधिकार हासिल किया था। जिन खिलाड़ियों को इस प्रतियोगिता में खेलने के लिए सीधा प्रवेश नहीं मिलता है उन्हें क्वालीफाईंग से गुजरना पड़ता है।इससे भी ज्यादा अहम बात यह है कि अटवाल ने क्वालीफाईंग खिलाड़ी के तौर पर प्रतियोगिता जीतकर एक इतिहास कायम किया है। वह 24 वर्ष में यह मुकाम हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी हैं। इससे पहले 1986 में फ्रेड वार्डसवर्थ ने साउर्दन ओपन खिताब अपने नाम किया था।यह खिताब जीतने वाले वह पहले भारतीय हैं। भारतीय मूल के खिलाड़ी डेनियल चोपड़ा ने इससे पहले यह खिताब दो बार जीता है लेकिन डेनियल के पास भारत का नहीं बल्कि स्वीडन का पासपोर्ट है। इस जीत के बदले अटवाल को 918,000 डॉलर मिले। यह उनके अब तक के करियर का सबसे बड़ा पुरस्कार है।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।*