तीसरे दिन भी बंद रहा नाथपा झाकरी में बिजली उत्पादन
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) के उप महाप्रबंधक विजय वर्मा ने आईएएनएस से कहा, " 1,500 मेगावॉट उत्पादन क्षमता वाले इस संयंत्र से उत्पादन बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद रहा। नदी में कीचड़ की मात्रा अधिकतम सीमा से ज्यादा बढ़ने के कारण सोमवार को उत्पादन रोक दिया गया था। पानी में कीचड़ की मात्रा ज्यादा होने से संयंत्र के टर्बाइन को नुकसान होने पहुंचने की आशंका थी।"
यह कंपनी किन्नौर जिले में नाथपा झाकरी जल विद्युत संयंत्र से विद्युत उत्पादन का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा, "बुधवार को पानी में कीचड़ की मात्रा नौ हजार पीपीएम (अंश प्रति दस लाख) दर्ज की गई है। मंगलवार को पानी में कीचड़ की मात्रा 14 हजार पीपीएम तक पहुंच गई थी जबकि इसकी अधिकतम सीमा चार हजार से पांच हजार पीपीएम होनी चाहिए।"
पिछले दो महीनों में इस संयंत्र को तीसरी बार बंद किया गया है इससे पहले इसे 24 जून और 19 जुलाई को बंद किया गया था।
केंद्र और प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम एसजेवीएनएल पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को प्रतिदिन 3.8 करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति करती है।
संयंत्र के बंद होने से कंपनी को प्रतिदिन नौ करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।