पंजाब में सम्मान के नाम पर शोध छात्रा की हत्या!
विश्वविद्यालय के छात्रों की एक संस्था द्वारा पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग से की गई शिकायत में कहा गया है कि पंजाब के चमकौर साहिब कस्बे में रहने वाली शमा शुक्ला की उसके परिवार वालों ने हत्या कर दी है क्योंकि वह एक पिछड़ी जाति के युवक से शादी करना चाहती थी।
शोध छात्रा शमा विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहती थी। शादी की अपनी योजना के बारे में बताने के लिए वह शनिवार को अपने घरवालों से मिलने गई थी। उसने अपनी पीएचडी पूरी की थी और यहां एक निजी कॉलेज में व्याख्याता के रूप में कार्यरत थी।
छात्रों के मानवाधिकार नेटवर्क की अध्यक्ष दीपिका गुप्ता ने बुधवार को यहां कहा, "शमा के परिवारवालों ने हमसे कहा कि शनिवार रात हृदय गति रुक जाने के कारण उसकी मौत हो गई। रविवार को सुबह 7.30 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसे किसी अस्पताल में नहीं ले जाया गया। उसके परिवार वालों ने किसी चिकित्सक को घर भी नहीं बुलाया।"
दीपिका ने कहा, "उन्होंने अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों को सूचित किए बिना ही तुरंत उसका अंतिम संस्कार कर दिया। यह सबूतों को नष्ट करने का एक प्रयास था। शमा एक मजबूत लड़की थी और उसे हृदय संबंधी कोई गंभीर बीमारी भी नहीं थी।"
उन्होंने कहा, "यह स्पष्टतौर पर सम्मान के नाम पर की गई हत्या का मामला है।"
दीपिका ने कहा, "शमा के पिता कृष्ण शुक्ला और भाई मोहित शुक्ला ने उसके खाने में जहरीला पदार्थ मिला दिया क्योंकि वे एक पिछड़ी जाति के युवक से उसकी शादी के खिलाफ थे। यह एक दर्दनाक हत्या का मामला है। पुलिस को तुरंत दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए।"
पुलिस के पास हालांकि अब तक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
लिखित शिकायत में छात्रों ने शमा के परिवार वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।