भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने तीसरे दिन तीन विकेट अपनी झोली में डाले जबकि अभिमन्यु मिथुन को एक सफलता मिली। श्रीलंकाई टीम ने मैच के पहले दिन दो विकेट खोकर 256 रन बनाए थे। बारिश के कारण दूसरे दिन का खेल संभव नहीं हो सका था।तीसरे दिन का पहला विकेट थरंगा पारानाविताना के रूप में गिरा। पहले दिन अपने करियर का पहला शतक लगाने वाले पारानाविताना अपने पूर्व के योग में एक रन जोड़कर ईशांत की गेंद पर महेंद्र सिंह धौनी के हाथों लपके गए। पारानाविताना ने 111 रन बनाए।इसके बाद मिथुन ने थिलन समरवीरा (0) को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। पहले दिन आठ रन पर नाबाद रहे पूर्व कप्तान माहेला दयवर्धने ने 48 रनों की पारी खेली लेकिन वह अर्धशतक पूरा किए बगैर ही ईशांत का दूसरा शिकार बने।इसके बाद विकेट पर आए एंजेलो मैथ्यूज खतरनाक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन ईशांत ने उन्हें लक्ष्मण के हाथों कैच आउट करा दिया। मैथ्यूज ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 41 रन बनाए।भोजनकाल तक विकेटकीपर बल्लेबाज प्रसन्ना जयवर्धने ने 18 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 20 रन बनाए जबकि रंगना हेराथ ने खाता नहीं खोला था।समय की भरपाई के लिए मंगलवार को तीसरे दिन का खेल निर्धारित समय से एक घंटे पहले शुरू किया गया। दूसरे दिन का भी खेल एक घंटे पहले शुरू होना था लेकिन बारिश ने इस तैयारी पर पानी फेर दिया था।पहले दिन के तीसरे सत्र का खेल भी बारिश और खराब रोशनी के कारण 22 ओवर पहले समाप्त कर दिया गया था। शनिवार रात हुई बारिश के कारण खेल लगभग एक घंटे विलंब से शुरू हुआ था।श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के करियर का यह आखिरी टेस्ट मैच है। मुरली ने टेस्ट मैचों में सर्वाधिक 792 विकेट लिए हैं। मैच शुरू होने से पहले मुरली के सम्मान में गॉल स्टेडियम में एक संक्षिप्त समारोह का आयोजन किया गया था।इस समारोह के दौरान मुरली के सम्मान में धुन बजाई गई। इसके बाद मुरली तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मैदान में प्रविष्ट हुए थे।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।