लखनऊ में बदहवास मिले निशांत (राउंडअप)
गुजरात के पूर्व मंत्री हंसमुख भाई पटेल के बेटे निशांत सोमवार सुबह हरदोई जिले के एक होटल से लापता हो गए थे। लखनऊ के पुलिस प्रमुख राजीव कृष्णा ने संवाददाताओं को बताया कि पटेल बदहवास और विक्षिप्त अवस्था में तालकटोरा इलाके के बुद्धेश्वर चौराहे के पास दोपहर बाद मिले। उनके सिर और हाथ-पैर में चोट के निशान हैं। पटेल को तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाकर उपचार कराया गया। चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी तक वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। उनसे बातचीत का प्रयास हो रहा है। जानकारी मिलने के बाद ही साफ हो पाएगा कि पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय तक वह कहां रहे, हरदोई से लखनऊ कैसे आए और उन्हें चोटें कैसे आई। कृष्णा ने कहा, "हम लोग हरदोई पुलिस के संपर्क में है। पूरे मामले की जांच जारी है। पुलिस फिलहाल इसे अपहरण का मामला मानने से इंकार कर रही है।"
उधर, कांग्रेस के नेताओं का भी कहना है कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। अभी इसे अपहरण कहना जल्दबाजी होगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि जांच से पहले कुछ भी कहना मुश्किल है, लेकिन यह अपहरण का मामला नहीं लग रहा है।
सिंह ने कहा कि पटेल से बातचीत के बाद ही सही कारण स्पष्ट हो पाएंगे। उन्होंने कहा पटेल के पिता हंसमुख भाई पटेल और उनकी पत्नी गुजरात से लखनऊ पहुंच रहे हैं।
पटेल युवा कांग्रेस संगठन का चुनाव कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में हरदोई पहुंचे थे। पिछले करीब 15 दिनों से जिले के उत्सव होटल में वह ठहरे थे। वह हरदोई जिले के तहत आने वाली मिश्रिख लोकसभा सीट के प्रभारी और पीठासीन अधिकारी थे।
इससे पहले हरदोई के पुलिस अधीक्षक ज्ञान सिंह ने आईएएनएस को बताया, "होटल के सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि पटेल सुबह कुर्ता पायजामा पहनकर रिक्शा से कहीं बाहर निकले थे। पटेल का मोबाइल फोन और पर्स उनके बिस्तर के बगल में ही बरामद किया गया था।"
उन्होंने कहा, "हम उस रिक्शेवाले की तलाश कर रहे हैं जिस पर बैठकर पटेल होटल से निकले थे। उसके मिलने के बाद हमें यह जानकारी मिल सकेगी कि रिक्शे से उतरकर पटेल कहां गए थे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।