मंगलवार को मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने अपनी पहली पारी में तीन विकेट खोकर 140 रन बना लिए थे। श्रीलंका ने अपनी पहली पारी में आठ विकेट पर 520 रन बनाए थे। इस आधार पर भारतीय टीम अब भी 380 रन पीछे चल रही है।सहवाग ने अपनी ताबड़तोड़ पारी के दौरान 98 गेंदों का सामना करते हुए 14 चौके और एक छक्का लगाया। कलात्मक बल्लेबाज वी.वी.एस. लक्ष्मण 31 गेंदों पर दो चौकों की सहायता से 18 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं। दोनों बल्लेबाजों से बड़ी साझेदारी की उम्मीद की जा रही है।चौथे दिन का पहला सत्र भारत के लिए काफी अहम होगा क्योंकि नमी के बीच उसके लिए विकेट बचाए रखना एक चुनौती की तरह होगा। साथ ही उसे श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन से सावधान रहना होगा, जो 800 विकेटों का आंकड़ा छूने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना चाहेंगे। मुरली के नाम अब तक 793 विकेट दर्ज हैं।बहरहाल, भारत को तीसरा झटका मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के रूप में लगा। अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे मुरलीधरन ने अंतिम सत्र में तेंदुलकर का विकेट लेकर भारतीय टीम को जोरदार झटका दिया।तेंदुलकर मात्र आठ रन बनाकर मुरली की गेंद पर पगबाधा आउट करार दिए गए। दो रन के कुल योग पर गौतम गंभीर के रूप में अपना पहला विकेट गंवाने वाली टीम इंडिया को सहवाग और राहुल द्रविड़ का सहारा मिला था लेकिन 18 रन के व्यक्तिगत योग पर द्रविड़ दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए।द्रविड़ ने 33 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया। गंभीर का विकेट शानदार अर्धशतकीय पारी खेलने वाले लसिथ मलिंगा ने लिया। गंभीर दो रन बना सके। भारत को यह झटका पारी की तीसरी गेंद पर लगा।इससे पहले, श्रीलंकाई टीम ने आठ विकेट पर 520 रनों पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। श्रीलंका की ओर से रंगना हेराथ 80 और मुथैया मुरलीधरन पांच रन बनाकर अविजित लौटे।हेराथ ने 93 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और एक छक्का लगाया है। उन्होंने आठवें विकेट के लिए तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा के साथ 115 रनों की बेशकीमती साझेदारी की।मलिंगा ने अपने करियर की अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 75 गेंदों पर नौ चौकों और दो छक्कों की मदद से 64 रन बनाए। मलिंगा का विकेट अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे अभिमन्यु मिथुन ने लिया।इस विकेट के साथ मिथुन ने अपने कुल विकेटों की संख्या चार कर ली। तीन विकेट ईशांत शर्मा के खाते में गए जबकि एक विकेट वीरेंद्र सहवाग ने लिया है। ईशांत ने मैच के तीसरे दिन तीनों विकेट झटके।पहले दिन के अपने स्कोर दो विकेट पर 256 रन से आगे खेलते हुए श्रीलंकाई टीम ने भोजनकाल तक छह विकेट के नुकसान पर 361 रन बनाए थे। बारिश के कारण दूसरे दिन का खेल संभव नहीं हो सका था।तीसरे दिन का पहला विकेट थरंगा पारानाविताना के रूप में गिरा। पहले दिन अपने करियर का पहला शतक लगाने वाले पारानाविताना अपने पूर्व के योग में एक रन जोड़कर ईशांत की गेंद पर महेंद्र सिंह धौनी के हाथों लपके गए।पारानाविताना ने 111 रन बनाए। इसके बाद मिथुन ने थिलन समरवीरा (0) को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। पहले दिन आठ रन पर नाबाद रहे पूर्व कप्तान माहेला जयवर्धने ने 48 रनों की पारी खेली लेकिन वह अर्धशतक पूरा किए बगैर ही ईशांत का दूसरा शिकार बने।इसके बाद विकेट पर आए एंजेलो मैथ्यूज खतरनाक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन ईशांत ने उन्हें लक्ष्मण के हाथों कैच आउट करा दिया। मैथ्यूज ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 41 रन बनाए।भोजनकाल तक विकेटकीपर बल्लेबाज प्रसन्ना जयवर्धने ने 18 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 20 रन बनाए लेकिन वह ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और 27 रन बनाकर मिथुन के शिकार बने।समय की भरपाई के लिए मंगलवार को तीसरे दिन का खेल निर्धारित समय से एक घंटे पहले शुरू किया गया। दूसरे दिन का भी खेल एक घंटे पहले शुरू होना था लेकिन बारिश ने इस तैयारी पर पानी फेर दिया था। पहले दिन के तीसरे सत्र का खेल भी बारिश और खराब रोशनी के कारण 22 ओवर पहले समाप्त कर दिया गया था।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।