परमाणु और गोर्शकोव समझौते पर हस्ताक्षर की तैयारी
नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। आर्थिक और सामरिक संबंधों में मजबूती लाते हुए भारत और रूस शुक्रवार को कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं जिनमें एक असैनिक परमाणु समझौता और 2.35 अरब डॉलर की कीमत पर विमान वाहक युद्धपोत एडमिरल गोर्शकोव को खरीदना शामिल है।
भारत दौरे पर आए रूसी प्रधानमंत्री ब्लादिमीर पुतिन से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शुक्रवार शाम को बातचीत करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बातचीत के बाद अंतर्सरकारी असैनिक परमाणु समझौता, कुछ रक्षा समझौते और एक वीजा समझौते पर दोनों पक्ष हस्ताक्षर करेंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पिछले साल दिसंबर यात्रा के दौरान परमाणु समझौते पर आरंभिक विचार-विमर्श हुआ था।
रूस के साथ असैनिक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रूसी परमाणु पुनशरेधन तकनीकी हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
अमेरिका के साथ भारत का पुनशरेधन तकनीक समझौता अंतिम चरण में है।
सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) एडमिरल गोर्शकोव की नई कीमत 2.35 अरब डॉलर को मंजूरी दे चुकी है।
गोर्शकोव का नया नाम आईएनएस विक्रमादित्य है। इसके अलावा कुछ अन्य रक्षा समझौते भी होंगे। कुल मिलाकर दोनों देशों के बीच 4 अरब डॉलर के रक्षा समझौते होने जा रहे हैं।
गोर्शकोव की आरंभिक कीमत 1.5 अरब डॉलर थी लेकिन इसे दोबारा दुरुस्त करने के बाद रूस ने इसकी कीमत 2.9 अरब डॉलर लगाई। भारत सरकार इसके लिए 2.1 अरब डॉलर देना चाहती थी। आखिरकार दोनों देशों के बीच 2.35 अरब डॉलर पर सहमति बन गई।
इसके अलावा समुद्री लड़ाकू विमान 29 मिग-29के का सौदा और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) को दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित करने के समझौते को भी अंतिम रूप दिया जाएगा। इन दोनों रक्षा समझौतों की कीमत 1.2 अरब डॉलर होगी।
भारत और रूस ने 2015 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर तीन गुना से ज्यादा करने का लक्ष्य रखा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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