आबादी बढ़ने के साथ और बढ़ेगी ग्लॉकोमा की समस्या
नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। दुनियाभर में विश्व ग्लॉकोमा सप्ताह मनाया जा रहा है और यहां नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि अंधत्व का दूसरा सबसे बड़ा कारण यानी आंखों की ग्लॉकोमा बीमारी आबादी बढ़ने के साथ और बढ़ेगी। विश्व ग्लॉकोमा सप्ताह 13 मार्च तक चलेगा।
इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने वाले एक स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) 'ग्लॉकोमा सोसायटी ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष बी. श्रीधर राव कहते हैं कि 1.2 करोड़ भारतीय इस बीमारी से जूझ रहे हैं।
राव कहते हैं, "ग्लॉकोमा दुनियाभर में अंधत्व का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है। वर्तमान में इस बीमारी से भारत में 1.2 करोड़ लोग और दुनियाभर में 6.5 करोड़ लोग इस बीमारी से ग्रस्त हैं और आबादी बढ़ने के साथ इस संख्या के और बढ़ने का अनुमान है।"
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से ज्यादातर लोगों को जब इस बीमारी का पता चलता है तब तक उनकी दृष्टि बहुत हद तक कम हो चुकी होती है।
इस बीमारी का दृष्टि पर बहुत धीमी गति से असर होता है और जब बीमारी बढ़ जाती है तभी इसका पता चल पाता है।
सात मार्च से ग्लॉकोमा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने और नियमित रूप से आंख की जांच कराने का महत्व बताने की कोशिश की जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।