अनशन जारी रखने पर मणिपुर की लौह महिला फिर गिरफ्तार
पिछले 10 वर्षो से न्यायिक हिरासत में रहने के कारण मणिपुर की 'लौह महिला' कहे जानी वाली शर्मिला को बुधवार रात को गिरफ्तार करके एक जेल अस्पताल में रखा गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, "मंगलवार को कैद की अवधि समाप्त होने के बाद उसे रिहा किया गया और आमरण अनशन जारी रखने के कारण उसे बुधवार रात फिर गिरफ्तार किया गया।"
शर्मिला ने इम्फाल के बाहरी इलाके में स्थित अपने गांव मालोम के पास स्थित एक बस स्टेशन पर सेना द्वारा 10 लोगों की कथित हत्या का दृश्य देखने के बाद दो नवंबर 2000 को आमरण अनशन आरंभ किया था।
शर्मिला विवादास्पद सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) कानून (एएफएसपीए) को समाप्त किए जाने के लिए अभियान चला रही है। यह कानून सेना को बिना वारंट के लोगों को गिरफ्तार करने और मौके पर ही गोली मारने के अधिकार देता है।
शर्मिला ने कहा, "मैं अपना अनशन नहीं तोड़ने जा रही और एक उद्देश्य के लिए मरने को तैयार हूं, जिसे मैं न्यायसंगत और सही समझती हूं।"
शर्मिला के प्रति समर्थन प्रकट करने के लिए कई महिला अधिकार संगठनों ने इम्फाल के जे.एन. अस्पताल के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।