एक और मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त
वायु सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर आर साहू के मुताबिक विमान ने चाबुआ हवाई ठिकाने से उड़ान भरी थी और यह डिब्रूगढ़ जिले हथियाली गांव में एक चाय बागान के निकट तालाब में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के दोनों पायलट सुरक्षित निकलने में कामयाब रहे। विमान अपनी नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था।
चाबुआ हवाई ठिकाना दुर्घटनास्थल से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। चाय बागान के एक कर्मचारी दिलीप तांती ने बताया, "हमने देखा कि आसमान में विमान तेजी से हिल रहा था और वह सीधे तालाब में गिरा। दो पायलट पैराशूट के जरिए तालाब से 100 मीटर की दूरी पर उतरे और उनको हल्की चोटें आईं। बागान के कर्मचारी उनकी मदद के लिए तुरंत पहुंचे।"
साल भर में छह सैन्य विमान दुर्घटना के शिकार
पिछले एक साल में अबतक छह मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। पिछले महीने जोधपुर एयरबेस से मिग-21 विमान नियमित अभ्यास के लिए उड़ा। लेकिन कुछ ही देर बाद लूनी गांव में मोदिजोशयान में जा गिरा।
उससे पहले 30 अप्रैल को सुखोई-30 एमकेआई जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उसके बाद 15 मई को मिग-27 यहीं जोधपुर में ही दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस साल भारतीय वायुसेना के पांच मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।