आंसूगैस गोलों के खोखे बेचकर चलती है एक कश्मीरी की जिंदगी
श्रीनगर, 1 मार्च (आईएएनएस)। जिस आंसूगैस के गोले से हुड़दंगी और प्रदर्शनकारी डरते हैं, उसी गोले के खोखों से एक 35 साल के कश्मीरी युवक के घर में रोटी का इंतजाम होता है।
मैसुमा शहर के निवासी मोहम्मद अमीन नाम का युवक पुलिस और सेना द्वारा हुड़दंगियों पर दागे गए खोखों को समेटता है और फिर उन्हें कबाड़ी के यहां बेचकर इतनी रकम जुटा लेता है, जिससे कि उसके घर का चूल्हा जलता रहता है।
आमीन ने कहा, "मैं एक अकुशल कामगार के तौर पर काम करता हूं, लेकिन पिछले साल जुलाई से मैंने अपने लिए एक नया काम खोज लिया है। मैं आंसूगैस के गोलों के खाली खोखे चुनता हूं और उन्हें बेचकर पैसा कमाता हूं।"
आमीन के लिए यह खुशी की बात है कि यहां अलगाववादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हमेशा झड़प होती रहती है। यह क्षेत्र जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रभाव क्षेत्र में आता है।
आमीन ने बताया कि किसी-किसी दिन उसे 500 रुपये तक की कमाई हो जाती है। बकौल आमीन, "जब सुरक्षाबलों और हुड़दंगियों में जोरदार झड़प होती है, तब मेरी चांदी हो जाती है। मैं उस मल्टीबैरल मशीन को बेहद पसंद करता हूं, जिससे आंसूगैस के कई गोले एक साथ दागे जा सकते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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