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नफरत करना हमें सबसे ज्यादा पसंद है- विशाल भारद्वाज
कुछ साल पहले विशाल भारद्वाज की फिल्म कमीने ने शाहिद कपूर को उनके करियर का एक बेहतरीन पड़ाव दिलाने में मदद की थी। अब एक बार फिर से यो जोड़ी फिल्म हैदर से वापसी कर रही है। हैदर फिल्म के प्रेस कॉंफ्रेंस के दौरान मीडिया ने विशाल भारद्वाज से उनकी फिल्मों में अक्सर ही उलझे हुए रिश्तों पर ज्यादा जोर डालने की बात पर चर्चा की, जिसपर विशाल ने कहा कि दर्शकों को भी ये उलझनें काफी आकर्षित करती हैं।
मीडिया ने विशाल से पूछा कि उनकी फिल्मों में किरदारों और उनके उनके रिलेशनशिप के बीच अक्सर ही काफी उलझनें दिखाई जाती हैं। क्या ये उलझनें आपको आकर्षित करती हैं इसलिए आप अपनी फिल्मों में इस तरह की निगेटिविटी दिखाते है। इसपर विशाल ने जवाब दिया "ऐसा नहीं है। निगेटिविटी तो हम सभी में और हम सभी के रिश्तों में है। अगर हम ये कहें कि हमारे अंदर कोई निगेटिविटी नहीं है तो ये झूठ होगा। ये हमपर निर्भर है कि हम किस राह पर हमें चलना है। हमारे दिमाग में जो गलत सोच है वो ही हमें कहानियां बनाने में मदद करती है और लोगों को ये उलझने हीं पसंद भी आती हैं। शेक्सपीयर की हेमलेट कहानी सालों पहले लिखी गयी है लेकिन ये किसी भी समय प्रयोग की जा सकती है।"
"लोगों को भी हमेशा ही ये निगेटिविटी ही सबसे ज्यादा पसंद आती है। आज भी गब्बर को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। ओमकारा में लंगड़ा त्यागी का किरदार ही सबसे ज्यादा पसंद किया गया। तो ये कहना गलत ना होगा कि हमें नफरत करना अच्छा लगता है। और ऐसे किरदार भी काफी आकर्षित करते हैं।"