ज्योतिष की भविष्यवाणी वरूण गांधी को मिलेगी सुल्तानपुर से जीत
वरूण गांधी के ग्रहों की चाल क्या कहती है?
वरूण गांधी का जन्म 13 मार्च सन् 1980 को रात्रि 10 बजकर 08 मिनट पर दिल्ली में हुआ था। वरूण का जन्म तुला लग्न में हुआ है, जिसका स्वामी शुक्र होता है। शुक्र रूप और सौन्दर्य साधना का प्रतीक है। शुक्र की लग्न पर सातवीं दृष्टि पड़ रही है, जिस कारण वरूण रूप व पौरूष बल के धनी है। आप सन्तुलित मस्तिष्क के होंगे तथा आप किसी तथ्य के गुण और अवगुण को तौल कर सत्य का विचार रखेंगे। आपमें एक विशेष गुण यह होगा कि आप असाधारण मानवतावादी होंगे। दूसरे भाव में वृश्चिक राशि है, वृश्चिक का अर्थ होता है-विष और इसका स्वामी विस्फोटक मंगल है, इसलिए वरूण अपनी अक्रामक व विस्फोटक वाणी के लिए जाने जाते है।
आपकी जन्मपत्री में इस समय गुरू की दशा में शनि का अन्तर एंव राहु का प्रत्यन्तर चल रहा है। गुरू तीसरे व छठें का मालिक है और लाभ भाव में प्रचंड मंगल के साथ बैठा है। इन दोनों की सातवीं नजर जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले पांचवें भाव पर पड़ रही है। वरूण को सुल्तापुर की जनता का भरपूर प्यार मिलेगा। शनि चैथें व पांचवें खाने का प्रतिनिधित्व करते हुये 12वें भाव पर कब्जा जमायें हुये है।
शनि की तीसरी दृष्टि दूसरे भाव पर पड़ रही है, इसलिए वरूण को अपनी भाषा संयमित रखनी होगी वरना बेवजह विवाद के घेरे में आ सकते है। शनि सेवक है और जनता का हितैषी भी। वरूण सुल्तानपुर की जनता से झूठे वादे नहीं करेंगे और यदि करेंगे तो शनि दण्ड देने में संकोच नहीं करेगा।
सुल्तानपुर की नाम राशि कुम्भ है, वरूण की नाम राशि वृष तथा वरूण की कुण्डली की राशि मकर है। मकर व कुम्भ का स्वामी शनि है तथा वृष का का मालिक शुक्र है। शनि और शुक्र आपस में मित्रता का भाव रखते है। यह एक शुभ संयोग है। अतः सुल्तानपुर की जनता वरूण गांधी को विजय का ताज पहनाकर दिल्ली भेजेगी।