ज्योतिष से सवाल- क्या मेरी किस्मत में पढ़ाई का योग है?
जन्म तिथि- 20 दिसम्बर, सन् 1991
जन्म समय- सुबह 8:18 मिनट
जन्म स्थान- जर्मनी
सवाल- क्या मेरी किस्मत में पढ़ाई का योग है। कृपया बतायें ?
जवाब- अमित जी, आपकी कुण्डली में प्राथमिक शिक्षा का कारक शनि है और उच्च शिक्षा का कारक मंगल है। आपकी शुरूआती शिक्षा तो अच्छी रही होगी किन्तु बाद में आपका पढ़ाई से मन हट गया होगा। पंचमेश मंगल 12 वें भाव में बैठा है, इसलिए पढ़ाई में दिक्कत आ रही है। अप्रैल 2016 से आपके अध्ययन के योग फिर से बन रहें है।
उपाय-आप 10 रात्ती का एक इटैलियन मूंगा तांबे की अॅगूठी में बनवाकर अनामिका अॅगुली में दिन मंगलवार को शुद्ध करके धारण करें। प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ना प्रारम्भ कर दें।
2- नाम- वैभव शुक्ला
जन्म तिथि-15 अगस्त सन् 1987
जन्म समय- सुबह 7:41 मिनट
जन्म स्थान- पीलीभीत,उ.प्र. ।
सवाल- क्या मैं राजनीति में अपना कैरियर बनाकर सफल हो पाऊॅगा ?
जवाब- वैभव जी, आपका मंगल सिंह राशि में बैठकर बलवान स्थिति में है। भाग्य भाव में गुरू व चन्द्र मिलकर गजकेसरी योग का निर्माण कर रहे है। राजनीति में बुध की भी अहम भूमिका होती है। बुध आपका अच्छा नहीं है, इसे मजबूत करके ही आप राजनीति में आगे बढ़ सकते है। 30 नवम्बर 2014 से आपको राजनीति में अवसर मिलने की सम्भावना नजर आ रही है।
उपाय- आप एक 8 रत्ती का पन्ना चांदी की अॅगूठी में बनवाकर कनिष्ठका अॅगुली में दिन बुधवार को शुद्ध करके धारण करें।
3- नाम- नीलम (बदला हुआ नाम)
जन्म तिथि- 8 नवम्बर सन् 1982
जन्म समय- प्रातः 5:58 मिनट
जन्म स्थान- सासाराम, बिहार।
सवाल- मेरी शादी नहीं हो पा रही है, कृपया बतायें कब तक होगी।
जवाब- नीलम जी, आपके प्रथम भाव में सूर्य, बुध, गुरू, शुक्र व शनि बैठकर गृह युद्ध कर रहें है। विवाह का कारक गुरू अतिशत्रु होकर प्रथम भाव में स्थित है। जिस कारण आपके विवाह में बिलम्ब हो रहा है। आपका विवाह नवम्बर 2014 से मई 2015 के मध्य हो जायेगा।
उपाय-प्रत्येक गुरूवार आप पीपल पेड़ की 11 बार परिक्रमा करें एंव उसके नीचें दीपक जलायें। यह उपाय आपको लगातार 21 गुरूवार करना है। थोड़ी केसर नाभि पर लगायें। ये उपाय करने से आपका विवाह शीघ्र ही हो जायेगा।
4- नाम- विनीत गुप्ता
जन्म तिथि- 5 सितम्बर सन् 1993
जन्म समय-प्रातः 5:00 बजे
जन्म स्थान- कानपुर, यूपी।
सवाल- क्या मेरा विवाह प्रिया नाम की लड़की से हो पायेगा ?
जवाब- विनीत जी, आपका जन्म सिंह लग्न में हुआ है और सूर्य सिंह का होकर लग्न भाव में बैठा है। आप स्वाभिमानी, आत्मविश्वासी, दृढ़निश्चय वाले एंव उॅचे विचारों के धनी होंगे। पंचम भाव प्रेम का कारक होता है। आपका पंचमेश गुरू दूसरे भाव में स्थित है, लेकिन षडबल में काफी कमजोर है, इसलिए आपका प्रेम एक तरफा रहता है। आपकी लव मैरिज होने की सम्भावना काफी कम है।
उपाय- केसर का तिलक लगायें और 7 रत्ती का पोखराज सोने/चाॅदी की अॅगूठी में बनाकर तर्जनी अॅगुली में दिन गुरूवार को शुद्ध करके धारण करने से प्रेम विवाह हो सकता है।