ज्योतिष के सवाल व जवाब- मेरा विवाह कहां होगा ग्वालियर में?
1-
नाम-
मनीषा
आहूजा
जन्म
तिथि-
25
अगस्त
1987
जन्म
समय-
रात्रि
11:30
मिनट
जन्म
स्थान-
ग्वालियर,
मध्यप्रदेश।
सवाल-मेरा विवाह कहां होगा ग्वालियर में या ग्वालियर से बाहर होगा।
जवाब- मनीषा जी, आपका जन्म वृष लग्न में हुआ है। लग्न का स्वामी शुक्र चैथे भाव में बैठकर सूर्य, चन्द्र, मंगल व बुध के साथ ग्रह युद्ध में फॅसा है। विवाह का कारक भाव सप्तम है, जिसका स्वामी मंगल चैथे भाव में स्थित है एंव सप्तम भाव में दिग्बली होकर शनि अपनी शत्रु राशि में बैठा है। अतः आपका विवाह ग्वालियर से 30 किमी0 की दूरी के आस-पास नैऋत्य कोण (द0-प0) की दिशा में होने के आसार है। एक सुझाव है कि भूल से भी प्रेम विवाह मत करना वरना वैवाहिक जीवन बहुत क्लेश वाला रहेगा।
उपाय-साढ़े 08 रत्ती की पोखराज सोने की अंगूठी में बनवाकर दिन गुरूवार को शुद्ध करके तर्जनी अॅगुली में धारण करें।
2-नाम-
सुधा
(बदला
हुआ
नाम)
जन्म
तिथि-
20
जनवरी
सन्
1995
जन्म
समय-
अपरान्ह
3:10
मिनट
जन्म
स्थान-
जम्मू
सवाल- मेरा प्रेम विवाह होगा या अरेन्ज मैरिज होगी ?
जवाब- सुधा जी, आपका जन्म मिथुन लग्न में हुआ है। लग्नेश बुध अष्टम में बैठा है। पंचमेश शुक्र षष्ठम भाव में है किन्तु सप्तमेश गुरू षष्ठम स्थान में बैठा है। इसलिए आपका प्रेम विवाह बुहत प्रयास करने पर हो सकता है किन्तु विवाह के बाद का जीवन बहुत अच्छा नहीं रहेगा। अतः आपके लिए अरेन्ज मैरिज करना ज्यादा हितकर रहेगा।
उपाय- साढ़े 6 रत्ती का पोखराज सोने की अंगूठी में बनवाकर तर्जनी अॅगुली में धारण करें। नहाने वाले पानी में थोड़ी हल्दी डालकर स्नान करें।
3-
नाम-
राधिका
(बदला
हुआ
नाम)
जन्म
तिथि-
6
जनवरी
सन्
1980
जन्म
समय-
सुबह
8:25
मिनट
जन्म
स्थान-
आगरा,
यूपी।
सवाल- मेरा विवाह कब-तक होगा ?
जवाब- राधिका जी, आपकी पत्री में प्रथम भाव में शुक्र अपनी मित्र राशि में बैठा है। विवाह का गुरू अष्टम भाव में मगंल व राहु के साथ है तथा सप्तमेश चन्द्र भी अष्टम भाव में बैठा है, जिस कारण आपके विवाह में इतनी देरी हो रही है। आपका विवाह मार्च 2015 से अक्टूबर 2016 के मध्य हो जायेगा।
उपाय- साढ़े 09 रत्ती का पोखराज सोने की अंगूठी में बनवाकर तर्जनी अॅगुली में दिन गुरूवार को शुद्ध करके धारण करें। माॅ कात्यनी की पूजा करें।
4-
नाम-
नीरज
गर्ग
जन्म
तिथि-
15
नवम्बर
सन्
1985
जन्म
समय-
प्रातः
4:00
बजे
जन्म
स्थान-
अगरमालव,
मध्यप्रदेश।
सवाल- मेरा विवाह कब होगा ?
जवाब-नीरज जी, आपके प्रथम भाव में मंगल बैठा है एंव पंचम भाव में नीच का गुरू है, इसलिए आपकी कुण्डली में मांगलिक दोष है। सप्तमेश नीच का है, इसलिए आपका विवाह होने में अभी कुछ देरी है। अक्टूबर 2016 से मई 2017 के मध्य आपका विवाह होने के आसार नजर आ रहें है।
उपाय- आप साढ़े 14 रत्ती का ओपेल चांदी की अॅगूठी में बनवाकर दिन शुक्रवार को शुद्ध करके तर्जनी अॅगुली में धारण करें। आप नित्य नागकेसर का तिलक लगायें।