मोदी इफेक्ट से भाजपा को मिलेगी 270-280 सीटें: ज्योतिष
परिवारवाद व चापलूसी परम्परा को ज्यादा तवज्जों न देकर प्रतिभावान व्यक्तियों को आगे बढ़ने का मौका देने वाली भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुयी थी। यह पार्टी जाति, धर्म व समुदाय को विशेष महत्व न देकर देश का विकास एंव राष्ट्र धर्म का पालन करना इसकी प्रमुखता में शामिल है। समय के साथ-साथ भाजपा में भी आपसी आन्तिरक कलह परिलक्षित हो रही है।
कुंडली भी कहती है कि मोदी ही बनेंगे देश के पीएम
किसी भी परिवार या पार्टी के अधिकतर सदस्य जब बौद्धिक होते है, तो वहां पर वैचारिक असमानता दिखना लाजमी होता है। आज-कल भाजपा में सीनियर बुजुर्ग लोगों को कम महत्व देकर युवा वर्ग को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह विचार ठीक है, लेकिन ध्यान रखना चाहिए वृद्ध नीवं की ईंट है और युवा बिल्डिंग। यदि नींव की एक भी ईंट हिल गयी तो बिल्डिंग ज्यादा दिन तक टिक नहीं पायेगी।
भाजपा 6 अप्रैल 2014 को अपने 33 वर्ष पूरे करके 34 वर्ष में प्रवेश करेगी। इस मौके पर ज्योतिषीय आकंलन के आधार पर आईये जानते है कि लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा का प्रदर्शन कैसा होगा ?
भारतीय जनता पार्टी के दो मुख्य सिपहसालार राजनाथ सिंह और नरेन्द्र मोदी भाजपा की राजनैतिक नैय्या को पार कराने के लिए अपने पूरे दम-खम की नित्य आहूति दें रहें है। भाजपा की जन्म राशि, राजनाथ की जन्म राशि और नरेन्द्र मोदी की जन्म राशि में समानता है। इन तीनों की राशि वृश्चिक है एंव तीनों की कुण्डली में राहु की दशा चल रही है। अंक ज्योतिष के अनुसार बीजेपी 34वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। 16वीं लोकसभा सन् 2014 इन सभी को जोडने पर 7 अंक आयेगा। यह एक अद्भुत संयोग है।
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कठिन संघर्ष के बाद सत्ता का सुख
भाजपा का जन्म 06 अप्रैल 1980 को सुबह 11:40 मिनट पर दिल्ली में हुआ था। उस समय क्षितिज पर मिथनु लग्न उदित हो रही थी। लग्न का स्वामी बुध चतुर्थेश होकर भाग्य भाव में केतु के साथ बैठा है। बुध अपना बेहतरीन फल 32 से 34 वें वर्ष के मध्य देता है। वर्तमान में भाजपा की जन्मपत्री में सूर्य की महादशा में राहु का अन्तर और 10 अप्रैल से चन्द्र का प्रत्यन्तर शुरू हो रहा है। 08 मई से 27 मई तक मंगल का प्रत्यन्तर चलेगा। सूर्य पंचमेश होकर राज्य के संकेतक भाव दशम पर कब्जा जमाये हुये है। राजनीति का कारक राहु तृतीय भाव में सिंह राशि में स्थित है। जिस कारण पराक्रम व कठिन संघर्ष के बाद सत्ता का सुख प्राप्त होगा।
भाजपा दिल्ली में गाड़ेगी झंडा
27 मई से सूर्य में गुरू का अन्तर शुरू हो रहा है। गुरू दशमेश होकर तृतीय भाव में बैठकर अपनी सप्तम व पंचम दृष्टि से क्रमशः भाग्य भाव एंव लाभ भाव को देख रहा है। दिल्ली की मीन राशि है एंव भाजपा की धनु राशि है। इन दोनों राशियों का स्वामी गुरू है। इसलिए 16 वीं लोकसभा में भाजपा दिल्ली में अपना झण्डा गाड़ने में कामयाब होगी।
पूर्वी राज्यों में भाजपा को 65-70 सीटें मिलेंगी
भारत के पूर्वी राज्यों में बंगाल, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा और कुछ भाग उत्तर प्रदेश के पूर्वाचंल का आता है। पूर्व की दिशा का प्रतिनिधित्व अक्षय ऊर्जा भण्डार का कारक सूर्य है। भाजपा की कुण्डली में सूर्य दशम स्थान में बैठा है और सूर्य का षडबल 1.46 है। मोदी की जन्मपत्री में भी सूर्य काफी मजबूत स्थिति में है एंव सूर्य का षडबल 1.41 है। अतः भारत के पूर्वी राज्यों में भाजपा को 65-70 सीटें मिल सकती है। भारत के मध्य में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश है जो केन्द्र में होने के कारण सूर्य के अधिकार क्षेत्र में आते है। इसलिए इन दोनों राज्यों में कुल मिलाकर 35-40 सीटें मिलने के आसार है।
मोदी का असर दिखेगा
ईशान कोण का स्वामी देवताओं का गुरू बृहस्पति है। भाजपा की कुण्डली में गुरू ठीक-ठाक स्थिति में है और षडबल 1.31 है। किन्तु राजनाथ सिंह की तालिका में गुरू नीच का है और षडबल भी 0.69 जो काफी कम है। मोदी की जन्मपत्री में गुरू वक्री होकर चौथे भाव में बैठा है तथा गुरू का षडबल 1.23 है। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मेघालय, असम, नागालैण्ड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश में हो सकता है लेशमात्र भर मोदी का प्रभाव पड़ जाये जिससे 3-4 सीटें भाजपा की झोली में आ जायें।
पश्चिमी राज्यों में भी भाजपा को फायदा
पश्चिम दिशा के स्वामी शनि है, जो न्याय के अधिष्ठाता है। भाजपा की कुण्डली में शनि बहुत अच्छा नहीं है, लेकिन मोदी की तालिका में शनि दशम खानें में स्थित और उसका षडबल 1.39 है। राजनाथ की जन्मपत्री में भी शनि दशम भाव में बैठा है एंव उसका षडबल 1.46 है। यानि दोनों की कुण्डली में शनि अच्छी पोजीशन में है। इसलिए पश्चिम दिशा में पड़ने वाले राज्यों में राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और अण्डमान निकोबार में बीजेपी को कम से कम 75-80 सीटें मिलने की सम्भावना है।
मोदी का भारत के उत्तरी राज्यों में जादू चलेगा
उत्तर दिशा का मालिक एंव युवाओं का प्रतीक बुध ग्रह है। बीजेपी की तालिका में और राजनाथ की जन्मपत्री में बुध कमजोर स्थिति में है। किन्तु मोदी की कुण्डली में बुध उच्च का होकर लाभ पर कब्जा जमाये हुये है एंव उसका षडबल 1.26 है। यानि बुध काफी बलवान है, इसलिए मोदी का भारत के उत्तरी राज्यों में जादू चलेगा। भारत के उत्तरी राज्यों में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कशमीर, उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश में भाजपा को 70-75 सीटें मिल सकती है।
आन्ध्रप्रदेश और तेलंगाना में कम से कम 15-20 सीटें बीजेपी को
दक्षिण दिशा सेनापति मंगल के अधिकार क्षेत्र में आती है। भाजपा की जन्मपत्री में मंगल सामान्य है। मोदी की तालिका में मंगल नीच का होकर नीचभंग राजयोग बना रहा है। मंगल का षडबल 1.31 है। राजनाथ सिंह की कुण्डली में मगंल काफी स्ट्रांग पोजीशन में है। मंगल का षडबल 1.51 है। भारत के दक्षिणी राज्यों में तमिलनाडु, केरल, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, दमनदीव और तेलांगना है। इस बार भाजपा तमिलनाडु, केरल, आन्ध्रप्रदेश और तेलंगाना में कम से कम 15-20 सीटें पा सकती है, जिसमें अभी तक भाजपा का खाता भी नहीं खुला था। दक्षिण में कुल मिलाकर भाजपा को 30-35 सीटें मिलने के संकेत है।
मोदी के नेतृत्व में भाजपा को 270-280 सीटें मिलेंगी
भाजपा का जन्म ज्येष्ठा में हुआ था, राजनाथ का जन्म भी ज्येष्ठा में हुआ है और नरेन्द्र मोदी के जन्म के समय अनुराधा नक्षत्र था। 16 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने शुरू हो जायेंगे। उस दिन क्षितिज पर ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा एंव राजनीति का कारक गुरू अपने पुनर्वसु नक्षत्र के द्वितीय चरण में गोचर करना प्रारम्भ करेगा। 16 मई को ग्रह गोचर मोदी के लिए काफी अनुकूल है क्योंकि चन्द्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। मोदी की कुण्डली में भी चन्द्रमा वृश्चिक राशि में बैठा है। तारा चक्र के अनुसार मोदी के जन्म नक्षत्र अनुराधा से गिनने पर ज्येष्ठा नक्षत्र दूसरे नवम्बर पर आ आता है, जो सम्पत नक्षत्रों के श्रेणी में आता है। सम्पत नक्षत्र सफलता के प्रतीक होते है। अतः 16 मई को आने वाले परिणामों में मोदी के नेतृत्व में भाजपा को 270-280 सीटें मिलेंगी।