घर में सुख-शांति के लिए वास्तु टिप्स
मकान को घर बनाने के लिए जरूरी है, परिवार में सुख-शांति का बना रहना। और ऐसा होने पर ही आपको सुकून मिलता है। यदि आप घर बनवाने जा रहे हैं, तो वास्तु के आधार पर ही नक्शे का चयन करें। अपने आर्किटेक्ट से साफ कह दें, कि आपको वास्तु के हिसाब से बना मकान ही चाहिए। हां यदि आप बना-बनाया मकान या फ्लैट खरीदने जा रहे हैं, तो वास्तु संबंधित निम्न बातों का ध्यान रख कर अपने लिए सुंदर मकान तलाश सकते हैं।
और भी हैं वास्तु शास्त्र से जुड़े लेख
कई बार ऐसा भी होता है कि आप तमाम पूजा-पाठ करते हैं, लेकिन अच्छे फल नहीं मिलते, ऐसे में आप अपने घर के वास्तुशास्त्र पर ध्यान दें। हम आपको बताने जा रहे हैं, कुछ टिप्स जो बहुत साधारण हैं और उनसे आप अपने घर में सुख-शांति बनाये रखने में सफल हो सकते हैं।
ध्यान से पढ़ें तस्वीरों के सामने टिप्स
मकान का मुख्य द्वार
मकान का मुख्य द्वार दक्षिण मुखी नहीं होना चाहिए। इसके लिए आप चुंबकीय कंपास लेकर जाएं। यदि आपके पास अन्य विकल्प नहीं हैं, तो द्वार के ठीक सामने बड़ा सा दर्पण लगाएं, ताकि नकारात्मक ऊर्जा द्वार से ही वापस लौट जाएं।
ऊँ की आकृति
घर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक या ऊँ की आकृति लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
कलश रखें
घर की पूर्वोत्तर दिशा में पानी का कलश रखें। इससे घर में समृद्धि आती है।
खिड़की दरवाजे
घर के खिड़की दरवाजे इस प्रकार होनी चाहिए, कि सूर्य का प्रकाश ज्यादा से ज्यादा समय के लिए घर के अंदर आए। इससे घर की बीमारियां दूर भागती हैं।
ड्रॉइंग रूम
परिवार में लड़ाई-झगड़ों से बचने के लिए ड्रॉइंग रूम यानी बैठक में फूलों का गुलदस्ता लगाएं।
किचन
रसोई घर में पूजा की अल्मारी या मंदिर नहीं रखना चाहिए।
बेडरूम
बेडरूम में भगवान के कैलेंडर या तस्वीरें या फिर धार्मिक आस्था से जुड़ी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। बेडरूम की दीवारों पर पोस्टर या तस्वीरें नहीं लगाएं तो अच्छा है। हां अगर आपका बहुत मन है, तो प्राकृतिक सौंदर्य दर्शाने वाली तस्वीर लगाएं। इससे मन को शांति मिलती है, पति-पत्नी में झगड़े नहीं होते।
देवस्थान
घर में शौचालय के बगल में देवस्थान नहीं होना चाहिए।
मास्टर बेडरूम
घर के मुखिया का बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में अच्छा माना जाता है।
शौचालय
घर में घुसते ही शौचालय नहीं होना चाहिए।