राशियों से जानें व्यक्ति का व्यक्तित्व
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अलग-अलग राशियों पर विभिन्न ग्रहों का प्रभाव लगातार पड़ता रह है। ग्रहों के बीच घूमती राशियां अपना प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर ही नहीं बल्कि उसके व्यक्तित्व पर भी डालती हैं। जी हां यदि आपको व्यक्ति की राशि पता है, तो आप उसके व्यक्तित्व का आंकलन कर सकते हैं। आप सोच रहे होंगे राशि से व्यक्ति का आंकलन कैसे संभव है।
लिहाजा हम आपके इस प्रश्न का उत्तर लेकर आए हैं। जरूरत है कुछ बातों को याद रखने की। आप राशि और उसके गुणों को याद रखकर सामने वाले के बारे में आंकलन कर सकते हैं। यदि आप नहीं जानते हैं कि आपकी राशि का स्वामी ग्रह कौन है, तो यह भी हम आपको राशि के नाम के साथ बतायेंगे। स्वामी ग्रह के बारे में जानना अतिआवश्यक है, क्योंकि इसी से आपके जीवन के उतार-चढ़ाव तय होते हैं।
यदि आपके स्वामी ग्रह पर किसी अन्य ग्रह की नकारात्मक दृष्टि पड़ रही है, या आपका स्वामी ग्रह पर किसी प्रतिकूल अवस्था में चला गया है, तो आप आप अपने जीवन में होने वाली गतिविधियों का आंकलन स्वयं कर सकते हैं।
चलिए एक-एक कर सभी राशियों पर हम नज़र डालते हैं और बताते हैं व्यक्ति के स्वभाव के बारे में-
मेष (21 मार्च-20 अप्रैल) स्वामी ग्रह मंगल
सकारात्मक: मेष राशि वाले काम के प्रति दृढ़, साहसी, निडर, लोगों के साथ मिलकर चलने वाले, त्वरित निर्णय लेने वाले और सक्रिय रहते हैं। उनकी सोच साफ होती है और वे अपने काम के प्रति ढिलाई नहीं बरतते।
नकारात्मक: मेष राशि वालों में सबसे खराब आदत लोगों से जलने की होती है, वे सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, उनमें धैर्य की कमी होती है, वे निदर्यी एवं हिंसक होते हैं। क्रोध जल्दी आता है और अपने पर घमंड ज्यादा करते हैं।
वृष: (21 अप्रैल-21 मई) स्वामी ग्रह शुक्र
सकारात्मक:
वृष
राशि
वाले
दयालु,
तथ्यों
के
आधार
पर
बात
करने
वाले,
भौतिकवादी,
खयाल
रखने
वाले,
सख्त
और
धैर्य
रखने
वाले
होते
हैं।
वे
अपने
कार्यों
को
लेकर
प्रेक्टिकल
होते
हैं,
जमीन
से
जुड़े
होते
हैं,
कलात्मक
व
रचनात्मक
सोच,
अच्छे
इंसान,
दूसरों
के
प्रति
वफादार
और
स्थाई
सोच
रखने
वाले
होते
हैं।
नकारत्मक:
वृष
राशि
वाले
जितने
ज्यादा
जिद्दी
होते
हैं,
उससे
कहीं
ज्यादा
आलसी
भी।
सिर्फ
अपने
बारे
में
सोचते
हैं
और
एक
सीमा
में
रहकर
काम
करना
पसंद
करते
हैं।
मिथुन (22 मई से 21 जून) स्वामी ग्रह बुध
सकारात्मक: मिथुन राशि वाले मानसिक रूप से काफी ऊर्जावान और निरंतर कार्य करने वाले होते हैं। ये हमेशा खुश रहते हैं और हर क्षेत्र में काम करने की क्षमता रखते हैं। थोड़े से जिद्दी होने के साथ-साथ व्यवहार कुशल और चतुर होते हैं।
नकारत्मक: उनका सबसे बड़ा नकारत्मक गुण होता है साफ सुथरा न रहना। सिर्फ खुद के बारे में सोचना और एक जगह नहीं टिकना।
कर्क (22 जून से 22 जुलाई) स्वामी गृह चंद्र
सकारात्मक: कर्क राशि वाले लोग काफी दयालु, मूडी, दूसरों का ध्यान रखने वाले, महत्वकांक्षी और दृढ़ होते हैं। बहुत जल्दी लोगों की बात को दिल से लगा लेते हैं। उनसे काम करवाने के लिए बार-बार कहना पड़ता है, उनकी सोचने की शक्ति काफी तेज होती है साथ ही वे रिश्तों के प्रति ईमानदार होते हैं।
नकारत्मक: कर्क राशि वाले बहुत जल्दी अपने आपको छोटा समझने लगते हैं। यही नहीं मूडी होने की वजह से उनसे काम करवाना काफी कठिन होता है। वो जल्दी किसी को माफ नहीं करते साथ ही थोड़े से निराशावादी होते हैं।
सिंह: (23 जुलाई से 23 अगस्त) स्वामी गृह सूर्य
सकारात्मक: सिंह राशि वाले व्यक्ति आत्मनिर्भर, उदार, लोगों का सत्कार करने वाले, रचनात्मक एवं कलात्मक सोच वाले, वैभवशाली और तत्परता के साथ काम करने वाले होते हैं। वो अपने सम्मान की खातिर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। साथ ही काफी बहादुर भी होते हैं।
नकारत्मक: अपने आप पर सिंह राधि वालों को घमंड रहता है। वे बहुत जल्द हिंसक हो जाते हैं और जरूरत से ज्यादा दिखावा करते हैं।
कन्या: (24 अगस्त से 23 सितंबर) स्वामी गृह बुध
सकारात्मक: कन्या राशि वाले काफी बड़े आलोचक होते हैं। हर बात की पीछे तर्क ढूंढ़ने के प्रयास करते हैं साथ ही अपनी बात रखने में कभी पीछे नहीं हटते। सफाई पसंद होने के अलावा वे विश्लेषी होते हैं और नियम से चलते हैं।
नकारत्मक: सोच छोटी होने के कारण उन्हें गुस्सा बहुत जल्दी आता है। कई बार वो बिना सोचे समझे बात कह जाते हैं, जिसका बाद में उन्हें पछतावा होता है। इनके अंदर जरा भी दया की भावना नहीं होती।
तुला: (24 सितंबर से 23 अक्तूबर) स्वामी गृह शुक्र
सकारात्मक: तुला राशि वाले लोग काफी मोहक होते हैं। लोग उनकी ओर जल्दी आकर्षित होते हैं। सरल स्वभाव, संतुलित रहकर काम करना, मन के साफ, परिस्थितियों के साथ हमेशा ढल जाने वाले और हमेशा अलर्ट रहने वाले होते हैं। यही नहीं ये काफी सुलझे हुए और बुद्धिमान होते हैं।
नकारात्मक: जरूरत से ज्यादा सरल स्वभाव होना कभी कभी संकट में डाल देता है, ये कभी कभी लापरवाह हो जाते हैं, सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, निष्ठारहित और अलग रहकर काम करना पसंद करते हैं।
वृश्चिक: (24 अक्तूबर से 22 नवंबर) स्वामी गृह यम
सकारात्मक: वृश्चिक राशि वाले लोग दृढ़ निश्चयी, अलग हटकर काम करने वाले, स्वतंत्र, गतिशील, तीव्र बुद्धि वाले, साहसी और हर काम में कुशल होते हैं। ये लोग काफी कूटनीतिक ढंग से काम करते हैं।
नकारात्मक: जरूरत से ज्यादा भावुक, लोगों के प्रति जलन रखने वाले, कपटी, बहुत जल्द हिंसक हो जाने वाले और किसी पर दया न करने वाले होते हैं।
धनु: (23 नवंबर से 21 दिसंबर) स्वामी गृह बृहस्पति
सकारात्मक:
धनु
राशि
वाले
लोग
आदर्शवादी,
शांतचित,
निडर,
मौजी,
खुले
स्वभाव
एवं
अभिलाषी
होते
हैं।
ये
लोग
एक
खिलाड़ी
की
तरह
काम
करते
हैं,
बुद्धिमान
एवं
महत्वकांक्षी
होते
हैं।
साथ
ही
वे
हर
बात
जानने
को
लालायित
रहते
हैं।
प्रकृति
के
प्रति
प्रेम
भरा
रहता
है।
नकारात्मक:
ये
काफी
घमंडी
होते
हैं
और
लोगों
की
बात
नही
सुनते।
मन
लगाकर
काम
नहीं
करते।
अस्थिर
व
असभ्य
होते
हैं।
मकर: (22 दिसंबर से 20 जनवरी) स्वामी गृह शनि
सकारात्मक: मकर राशि वाले लोग काफी मेहनती और प्रेक्टिकल होते हैं। कूटनीतिक, तेज, उदार, दयालु, यथार्थवादी एवं हर बात के पीछे तर्क ढूंढ़ने वाले होते हैं। हमेशा खिले-खिले रहने वाले ये लोग जल्दी किसी बात का बुरा नहीं मानते। साथ ही वे धर्मनिष्ठ होते हैं।
नकारात्मक: सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, जिद्दी, चिढ़चिढ़े व संकोची होते हैं।
कुंभ: (21 जनवरी से 18 फरवरी) स्वामी गृह अरुण
सकारात्मक: कुंभ राशि वाले लोग ईमानदार, सच बोलने वाले, तेज दिमाग वाले, दयालु, मानवीय और मधुर स्वभाव के होते हैं। रचनात्मक गुण कूट-कूट कर भरे होते हैं साथ ही अलग हटकर काम करने की क्षमता इनमें होती है।
नकारात्मक: नियम पर न चलने वाले, अस्थिर, बदले की भावना रखने वाले और अपनी बात से जल्दी पलट जाने वाले होते हैं।
मीन: (19 फरवरी से 20 मार्च) स्वामी गृह वरुण
सकारात्मक: मीन राशि वाले लोग सरल स्वभाव, अतिसंवेदनशील, मूडी, दयालु, घुमक्कड़, शांत, प्रकृति से प्रेम करने वाले, बेहतरीन सोच रखने वाले, रचनात्मक, आगे बढ़ने की ललक और लोगों का ध्यान रखने वाले होते हैं।
नकारात्मक: अस्थिर, लापरवाह, असंतुलित होकर काम करनते हैं और अव्यवहारिक होते हैं। इन्हें समझना काफी कठिन होता है।