हंसमुख होते हैं शुक्रवार को पैदा होने वाले लोग
शुक्रवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों पर शुक्र ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है, शुक्र ग्रह की दो राशि होती है। वृष एवं तुला राशि।
1-शुक्रवार
को
जन्में
व्यक्तियों
का
सुन्दर
चेहरा,
सौन्दर्य
प्रेमी,
बड़ी
आंखे,
हॅंसमुख,
काम-क्रीडा
में
विशेष
रूचि
होती
है।
2-आप
कलाकार
व
कला
के
प्रेमी
होते
है।
सुन्दर
दिखने
सजने-सवरने
में
आपको
काफी
समय
लग
जाता
है।
3-
आप-मनोरंजन
के
सामानों
में
अत्यधिक
व्यय
कर
देते
हैं
जिससे
आर्थिक
संतुलन
बिगड
जाता
है।
4-आपकी
वाणी
में
मधुरता
एवं
सरलता
होगी।
आप
वाद
या
विवाद
करने
वाले
से
सदैव
नफरत
किया
करेंगे।
5-आप
किसी
की
झगड़े
की
पे्रम-पूर्वक
मिटाने
का
पूरा
प्रयास
करेंगे
या
फिर
समझौता
करके
रफा-दफा
करेंगे।
6-आप
बहुत
कुटिल
होंगे।
आप
सबके
मन
के
विचार
जान
लेगें।
तथा
अपनी
कुशल
वाणी
से
उसके
भेद
को
बाहर
निकलवा
लेंगे
परन्तु
आप
अपनी
बात
किसी
के
सामने
प्रकट
नहीं
होने
देंगे।
आपके
मन
में
क्या
है?
यह
तो
आपकी
पत्नी
भी
नहीं
जान
पायेगी।
आपका
स्वभाव
चंचलता
से
परिपूर्ण
होगा।
7-आप
कभी
भी
एकान्त
में
खुश
होकर
नहीं
बैठ
सकते।
आप
सदैव
अपने
मित्रों
के
साथ
रहना
पसन्द
करेंगे।
इसलिए
आपके
मित्रो
की
भी
संख्या
अधिक
होगी।
8-आपका
महिलाओ
के
प्रति
विशेष
आकर्षण
कभी-कभी
दुविधाजनक
स्थिति
में
डाल
सकता
है।
अतः
आप
अपनी
इस
आदत
में
सुधार
करने
का
प्रयास
करें।
9-आपके
स्वभाव
में
ईष्र्या
अधिक
रूप
से
हो
सकती
हैं
जिसके
कारण
आप
किसी
दूसरे
को
ऊपर
उठते
नहीं
देख
सकते
हैं।
10-वैसे
आप
पे्रम
के
मामले
में
एक
जगह
नहीं
टिक
पायेंगे।
परन्तु
आप
आदर्श
पे्रम
के
पक्षधर
रहेंगे।
11-आपका
वैवाहिक
जीवन
सफल
कहा
जा
सकता
है,
फिर
भी
आप
एक-दूसरे
की
भावनाओं
की
कद्र
नहीं
करेंगे।
स्त्रियों का स्वभाव
1-
शुक्रवार
को
जन्म
लेने
वाली
स्त्रियां
सुन्दर
होगी
तथा
सुन्दरता
के
प्रति
इनका
विशेष
रहेगा।
2-नये-नये
परिधान
पहन,
नये-नये
फैशन
करना,
सजावट
तथा
अपने
शरीर
का
विशेष
रूप
से
ध्यान
रखना।
3-
आप
सुन्दर
हैं
यह
तो
ठीक
है,
परन्तु
दूसरों
के
प्रति
अधिक
आसक्त
होना
आपके
लिए
उचित
नहीं
है,
इससे
आपके
पारिवारिक
जीवन
में
तनाव
उत्पन्न
हो
सकता
है।
4-आपकी
वाणी
से
मानों-फूल
झरते
हो?
इसी
स्वभाव
के
कारण
बहुत
जल्द
ही
आप
दूसरों
की
चहेती
बन
जाती
है।
5-पे्रम
के
मामलों
में
अत्यधिक
भावुकता
आपके
लिए
ठीक
नहीं
हैं,
वरना
लोग
आपको
बेवकूफ
बनाने
का
प्रयास
करेगे।
6-वैवाहिक
जीवन
आपका
ठीक
रहेगा,
परन्तु
आपका
तुनक
मिजाज
स्वभाव
पल
भर
में
माहौल
दूषित
कर
देगा।
शुभ दिनः सोमवार, रविवार, शुक्रवार व शनिवार शुभ रहेगा।
शुभ महीनाः 20 अपै्रल से 21 मई, 21 सितम्बर से 19 अक्टूबर।
अशुभ महीनाः- आपके लिए जुलाई, अगस्त और नवम्बर का महीना कष्टकारी रहेगा।
स्वास्थ्य:- आपको गुर्दे, गले, जनन अंगों, नाक, फेफड़ों, गले की खराश, टॉन्सिल, आपकी त्वचा बहुत मुलायम होगी इसलिए चोट और कटने से बचे। श्वास की बीमारी भी हो सकती है।
शुभ रत्न:- आपके लिए शुभ रत्न हीरा, परन्तु आप मोती, सुलेमानी तर्जनी या कनिष्ठका अंगुली में शुक्रवार के दिन धारण कर सकते है।
व्रत और मन्त्र:- आप श्री कृष्णजी की उपासना कर सकते हो तथा शुक्रवार के उपवास रखें प्रातः काल निम्न मन्त्र की-ऊँ कृष्णाय नमः की एक माला प्रतिदिन जाप करें।