सुर तरंग में दिखा कला-सांस्कृति का संगम
कुरुक्षेत्र। बच्चों में सांस्कृतिक प्रतिभा को उकेरने के लिये कुरुक्षेत्र में सुर तरंग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ओस्का व संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के सभागार में हुआ। बच्चों की प्रतिभा को बढ़ावा देने और उनका मनोबल देने के लिये एंटी करप्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज चावला कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेंसर बोर्ड के सदस्य अमन अरोड़ा ने की। जिन्होंने अध्यक्षीय भाषण से सभी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया। इस दौरान न्यूज पेपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव विपिन गौड़ ने गायन विधा के प्रतिभागियों की प्रस्तुति पर उन्हें विशेष रूप से बधाई दी। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने गायन-वादन, ताल-वाद्य व नृत्य आदि सभी शास्त्रीय विधाओं में अपनी कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में सभी विधाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए तीन अलग-अलग मंच बनाए गए थे।
कार्यक्रम में संगीत व नृत्य विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की पूर्व विभागाध्यक्षा प्रोफेसर शुचि स्मिता शर्मा भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के पहले सत्र में डा. चन्द्रपाल पूनिया व आबिद अली अंसारी ने आए हुए सभी अतिथियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त संस्कार भारती के अध्यक्ष रामेन्द्र सिंह व विजयंत बिन्दल ने भी अतिथियों को समाानित किया।
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डा. केसी रल्हान
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. के.सी. रल्हान ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठतम संस्कृति है। समपूर्ण राष्ट्र विविधतापूर्ण कला पर आधरित है और इन्हें संरक्षित रखने का श्रेय भारतीय शास्त्रीय संगीत को जाता है। मुख्य अतिथि ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपनी संस्कृति एवं कला के लिए समर्पित होने की आवश्यकता है। कुलसचिव रल्हान जी ने ओस्का एवं संस्कार भारती संस्था द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय सम्मेलन एवं प्रतियोगिता की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
सुर तरंग
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कूटा के प्रधान प्रो. एच.के. शर्मा, भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. तेजेन्द्र शर्मा, इनडिजिटल ग्रुप के ऑपरेशन हैड सुनील राय, दन्त चिकित्सक डॉ. माधविका मदान, डी.डी. हिसार के प्रोडयूसर डॉ. किशन कुमार, रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष आशीष सभ्रवाल एवं वर्तमान सचिव श्री त्रिखा जी, आधुनिक विकास परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट रफीक चौहान, सरस्वती शिक्षा समूह के निदेशक मनीष परवेज राणा मौजूद दे और सभी ने ओसका के इस सार्थक प्रयास की प्रंशसा करते हुए सभी से संस्था का सहयोग करने का आह्वान किया।
शास्त्रीय संगीत
भारत वर्ष में शास्त्रीय संगीत को समर्पित इस प्रकार के कार्यक्रम को आयोजित करने में ओस्का अग्रिम पंक्ति में अपना स्थान रखती है जिसके फलस्वरूप कार्यक्रम संयोजक डॉ. ललित जी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में कौने-कौने से सैंकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया।
नृत्य कला
गायन, वादन एवं नृत्य कला में कनिष्ठ एवं वरिष्ठ प्रतिभागियों की प्रतियोगिता करवाई गई तथा निर्णायक मण्डल में देश के अलग-अलग राज्यों से संगीत एवं कला के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया।
अवार्ड दिया गया
देर रात तक चली इस प्रतियोगिता में शास्त्रीय नृत्य कनिष्ठ वर्ग में प्रथम विजेता जयती गुप्ता को बाल कला रत्न एवं द्वितीय स्थान पर रही एंजल बतरा को बाल साधन सम्मान से नवाजा गया। इसी तरह शास्त्रीय वाद्य वर्ग में इरफान हुसैन खान को बाल कला रत्न एवं राज विरेन्द्र सिंह को बाल साधक रतन, गायन वर्ग में जाह्नवी सांगरा को अवार्ड दिया गया।
अमरजीत कौर को युवा कला रत्न
वरिष्ठ नृत्य वर्ग में अमरजीत कौर को युवा कला रत्न एवं जिन्दगी कथक को युवा कला साधक सम्मान से, वादन वर्ग में मन्नी भारद्वाज एवं राज विरेन्द्र सिंह को, गायन वर्ग में सतेन्द्र सिंह बोदल एवं तनूश्री एवं स्वर वाद्य वादन में रिषभ देव एवं काला सिंह को अवार्ड दिया गया।
कार्यक्रम
कार्यक्रम के आरम्भ में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. चन्द्रपाल पूनिया, महासचिव शुभांशु, संस्कार भारती के अध्यक्ष विजयंत एवं श्री रामेन्द्र मुख्यातिथि एवं सभी विशिष्ट अतिथियों का फूलमालाओं द्वारा स्वागत किया एवं स्मृति चिह्न भेंट किया।
रोटरी क्लब द्वारा आर्थिक सहयोग
संस्था के इस सार्थक प्रयास से प्रभावित होकर आधुनिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष एडवोकेट रफीक चौहान एवं रोटरी क्लब द्वारा भविष्य के कार्य हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किया। इस मोके पर शहर के अनेकों गणमान्य व्यक्तियों एवं समाज सेवियों सहित डॉ. सुभाष, डॉ. मधुदीप, अनूप कुमार, डॉ. पुरुषोतम, डॉ. नितिन सहित संदीप, सतीश, अमन, दीप्ति, सुमन, विजेन्द्र आदि मौजूद रहे।
संगीत व संस्कृति को बढ़ावा
कार्यक्रम में आबिद अली अंसारी ने कहा कि उनकी संस्था ज्यादा से ज्यादा समाज में संगीत व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है और उ6मीद करते हैं कि अधिक से अधिक लोग हमसे जुड़कर इस सामाजिक कार्य को आगे बढ़ाएं। इस सुर-संगीत कार्यक्रम में काउंसिल फॉर मीडिया एण्ड ब्रोडकास्टिंग, बेंगलुरु के अध्यक्ष विक्की बंगारी, उपाध्यक्ष कुलेश्वर सोनकर के साथ-साथ डॉ० फूल कुमार, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. संतलाल निर्वाण, पुरुषोतम, अश्विनी, शुभ्रांशु, सुमन, मनप्रीत सिंह मौजूद रहे।